Tuesday, 16 August 2016

श्री सरस्वती जी की आरती

श्री सरस्वती जी की आरती

 Shri Saraswati Aarti in Hindi

कज्जल पुरित लोचन भारे, स्तन युग शोभित मुक्त हारे |
वीणा पुस्तक रंजित हस्ते, भगवती भारती देवी नमस्ते॥
दगुण वैभव शालिनी ,त्रिभुवन विख्याता॥

श्री सरस्वती जी की आरती

जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता | 
चंद्रवदनि पदमासिनी , घुति मंगलकारी ||   
सोहें शुभ हंस सवारी,अतुल तेजधारी | 
जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता ||  

बायेँ कर में वीणा ,दायें कर में माला | 
शीश मुकुट मणी सोहें ,गल मोतियन माला ॥
देवी शरण जो आयें ,उनका उद्धार किया || 

पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया | 
जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता ||  
विद्या ज्ञान प्रदायिनी , ज्ञान प्रकाश भरो |
मोह और अज्ञान तिमिर का जग से नाश करो || 

श्री सरस्वती जी की आरती

जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता |
धुप ,दिप फल मेवा माँ स्वीकार करो || 
ज्ञानचक्षु दे माता , भव से उद्धार करो | 
जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता || 

 माँ सरस्वती जी की आरती जो कोई नर गावें |
हितकारी ,सुखकारी ग्यान भक्ती पावें ॥ 
सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता |
 सदगुण वैभव शालिनी ,त्रिभुवन विख्याता॥
 जय सरस्वती माता ,जय जय हे सरस्वती माता |


1 comment:

  1. I am a big devotee of saraswati mata. Thank you for sharing such wonderful post.

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